ABHISHEK (EK BAARISH KI TARAAH ) अभिषेक ( एक बारिश की तराह ) MARK TRIBHUVAN SONG LYRICS
Lyrics in Hindi
1.एक बारिश की तराह,
एक अग्नि के समान
या गिर जाये मुजपे,
एक चादर के समान
एक अग्नि के समान
या गिर जाये मुजपे,
एक चादर के समान
कोरस
हो दुगना, और ताज़ा
हो अभिषेक, आज मुजपे
हो दुगना, दुगना , पहले से ज़्यादा, ज़्यादा
हो अभिषेक, आज मुजपे
2.अभिषेक कर दे,
मुझे तेरी रूह से
की मैं बन सकु,
हु-बा-हू तेरे जैसे
3.तेरी नज़रों से मैं देख सकु,
तेरी बातों को मैं सुन सकु
एक ऐसी कृपा,
कर दे मुझपे येशु
हो अभिषेक, आज मुजपे
हो दुगना, दुगना , पहले से ज़्यादा, ज़्यादा
हो अभिषेक, आज मुजपे
2.अभिषेक कर दे,
मुझे तेरी रूह से
की मैं बन सकु,
हु-बा-हू तेरे जैसे
3.तेरी नज़रों से मैं देख सकु,
तेरी बातों को मैं सुन सकु
एक ऐसी कृपा,
कर दे मुझपे येशु
Lyrics in English
1.ek baarish ki taraah,
ek agni ke samaan
ya gir jaaye mujhpe,
ek chaadar ke samaan
chorus
ho dugana, aur taaza
ho abhishek, aaj mujape
ho dugana, dugna, pahale se zyaada, zyaada
ho abhishek, aaj mujhpe
2.abhishek kar de,
mujhe teri rooh se
ki mai ban saku,
hu-ba-hoo tere jaise
3.teri nazaron se main dekh saku,
teri baaton ko main sun saku
ek aisi kripa,
kar de mujhpe yeshu
Comments
Post a Comment